DETAILS, FICTION AND SHIV CHALISA IN HINDI

Details, Fiction and shiv chalisa in hindi

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मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥

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Lord, if the ocean was churned as well as the lethal poison emerged, out within your deep compassion for all, You drank the poison and saved the entire world from destruction. Your throat became blue, Therefore You happen to be generally known as Nilakantha.

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा किया

मैना मातु की हवे दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥

किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥

धन निर्धन को देत सदा हीं। जो कोई जांचे सो फल पाहीं॥

अर्थ: हे शिव शंकर भोलेनाथ आपने ही त्रिपुरासुर (तरकासुर के तीन पुत्रों ने ब्रह्मा की भक्ति कर उनसे तीन अभेद्य पुर मांगे जिस कारण उन्हें त्रिपुरासुर कहा गया। शर्त के अनुसार भगवान शिव ने अभिजित नक्षत्र में असंभव रथ पर सवार होकर असंभव बाण चलाकर उनका संहार किया था) के साथ युद्ध कर उनका संहार किया व सब पर अपनी कृपा की। हे भगवन भागीरथ के तप से प्रसन्न हो कर उनके पूर्वजों की आत्मा को शांति दिलाने की उनकी प्रतिज्ञा को आपने पूरा किया।

प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥

करत कृपा सब के घटवासी ॥ दुष्ट सकल नित मोहि सतावै ।

अर्थ: माता more info मैनावंती की दुलारी अर्थात माता पार्वती जी आपके बांये अंग में हैं, उनकी छवि भी अलग से मन को हर्षित करती है, तात्पर्य है कि आपकी पत्नी के रुप में माता पार्वती भी पूजनीय हैं। आपके हाथों में त्रिशूल more info आपकी छवि को और भी आकर्षक बनाता है। आपने हमेशा शत्रुओं का नाश किया है।

तब ही दुख प्रभु आप निवारा ॥ किया उपद्रव तारक भारी ।

संकट में पूछत नहिं कोई ॥ स्वामी एक shiv chalisa in hindi है आस तुम्हारी ।

त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव…॥

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